इस देश में समझदारों के मज़े ही मजे़ हैं। बापू बन जाओ, अम्मा बन जाओ,
ताऊ बन जाओ, ताई बन जाओ, चाचा बन जाओ, भाई बन जाओ, बहन जी बन जाओ, राष्ट्रीय दामाद
बन जाओ और बस मज़े ही मजे़ रहेंगे आपको। बस एक सावधानी बरतनी है – बेटा कभी मत बनना।
बेटा बने कि गए काम से...
इनकी ताक़त का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक अम्मा सीएम रूपी माया की कुर्सी छोड़कर जेल रूपी सन्यास लेने जा रही थीं, तो सबसे उच्च स्वर में रोने वाले बच्चे को मुख्यमंत्री की कुर्सी रूपी खिलौना देकर चुप करा गयीं।
No comments:
Post a Comment