ओ माँझी रे, ओ माँझी रे,
ओ माँझी रे, ओ माँझी ...
ओ मेरे माँझी आ जा,
ओ मेरे माँझी आ जा -2
सूनी मेरी मड़इया ऽऽऽ - 2,
इक दीप तो जला जा,
ओ मेरे माँझी आ जा,
ओ मेरे माँझी आ जा -2
दिन तो मेरा बीता,
तेरी बाँसुरी की धुन सुनते
इस आशियाने को,
चुनती रही मैं तिनके
अब शाम ढल रही है ऽऽऽ -2,
मुँह मोड़ के तू ना जा
ओ मेरे माँझी आ जा,
ओ मेरे माँझी आ जा -2
तू दीप है मेरा,
और मैं हूँ तेरी बाती
तेरे बिना कहीं,
मैं चैन ही न पाती
मझधार में है नइया ऽऽऽ -2,
पतवारे लेके आ जा
ओ मेरे माँझी आ जा,
ओ मेरे माँझी आ जा -2
आँसू हैं साथ मेरे,
कांटों भरे सफर में
तेरे नाम की मैं जोगन,
बाली सी इस उमर में -2
मेरे दिल के आइने में ऽऽऽ -2,
इक बार तो समा जा
ओ मेरे माँझी आ जा,
ओ मेरे माँझी आ जा -2
दिल में छुपा के तुझको,
करती रही मैं पूजा
तू मेरा देवता,
कोई नहीं है दूजा
आख़िर कहाँ हुई है ऽऽऽ -2,
मुझसे ख़ता बता जा
ओ मेरे माँझी आ जा,
ओ मेरे माँझी आ जा -2
©शशि कान्त सिंह
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